स्वतंत्रता दिवस 2024 के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौ महिला मुखियों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित करेंगे। यह सम्मान उन्हें उनके असाधारण कार्यों और योगदान के लिए दिया जाएगा। इन महिला मुखियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जिससे वे अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।

बिहार की 9 महिला मुखिया को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बुलाए जाएंगे पीएमओ



सम्मानित महिला मुखिया:

  1. रेणु देवी (दरभंगा): बालिका शिक्षा और सशक्तिकरण के क्षेत्र में योगदान।
  2. कविता कुमारी (पटना): ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए काम।
  3. सविता देवी (गया): महिला स्वरोजगार और छोटे उद्योगों के विकास में भूमिका।
  4. मीना देवी (भोजपुर): कृषि और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नवाचार।
  5. राधा कुमारी (मुजफ्फरपुर): स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण में योगदान।
  6. सुमन देवी (भागलपुर): ग्रामीण विकास और महिला उद्यमिता को बढ़ावा।
  7. प्रिया कुमारी (सीतामढ़ी): जल संरक्षण और स्वच्छता अभियानों में प्रमुख भूमिका।
  8. संगीता देवी (मधुबनी): स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए काम।
  9. अनिता कुमारी (छपरा): सामाजिक न्याय और महिला अधिकारों के लिए प्रयास।

सम्मान का उद्देश्य: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन महिला मुखियों को सम्मानित करने का उद्देश्य समाज में महिलाओं के योगदान को मान्यता देना और उन्हें प्रोत्साहित करना है। यह कदम न केवल महिलाओं की स्थिति को सुदृढ़ करेगा बल्कि समाज में लैंगिक समानता को भी बढ़ावा देगा।

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कार्यक्रम का विवरण: स्वतंत्रता दिवस समारोह 2024 के दौरान, इन महिला मुखियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा और उनके असाधारण कार्यों के लिए उन्हें सम्मानित किया जाएगा। यह कार्यक्रम नई दिल्ली के लाल किले पर आयोजित होगा, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरंगा फहराएंगे और देशवासियों को संबोधित करेंगे।

प्रधानमंत्री का बयान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "ये महिला मुखिया न केवल अपने क्षेत्रों में बल्कि पूरे देश में एक उदाहरण स्थापित कर रही हैं। उनके कार्य और समर्पण ने समाज को एक नई दिशा दी है और हमें गर्व है कि हम उन्हें इस महत्वपूर्ण दिन पर सम्मानित कर रहे हैं।"

निष्कर्ष: यह सम्मान इन महिला मुखियों के अद्वितीय कार्यों की मान्यता है और यह पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। इनके योगदान ने न केवल उनके समुदायों को बल्कि पूरे देश को लाभान्वित किया है। इनकी कहानियाँ हमें प्रेरित करती हैं और हमें याद दिलाती हैं कि सच्चे नेतृत्व का कोई लिंग नहीं होता।

इस प्रकार, स्वतंत्रता दिवस 2024 का यह समारोह महिलाओं की शक्ति और उनके अविस्मरणीय योगदान का उत्सव बनेगा।